एनएचपीसी, जो भारत सरकार का एक उद्यम है, जलविद्युत शक्ति के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बनबसा बैराज, उत्तराखंड में एक बैराज है, जो नदी के जल स्तर को नियंत्रित करने और सिंचाई एवं जलविद्युत उत्पादन में मदद करता है. 

एनएचपीसी हाइडल पावर प्लांट:

  • एनएचपीसी (NHPC) भारत का सबसे बड़ा जलविद्युत विकास संगठन है, जो जलविद्युत परियोजनाओं की अवधारणा से लेकर कमीशनिंग तक सभी गतिविधियों को करता है.
  • एनएचपीसी की प्राथमिक गतिविधियों में जलविद्युत परियोजनाओं की संपूर्ण श्रृंखला शामिल है, जिसमें जलविद्युत ऊर्जा, सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा शामिल हैं.
  • एनएचपीसी ने भारत में जलविद्युत परियोजनाओं के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और अब सौर और पवन ऊर्जा जैसे गैर-पारंपरिक स्रोतों में भी विविधता लाई है.
  • एनएचपीसी के पास 6,971.20 मेगावाट की पनबिजली हिस्सेदारी है, जो देश की कुल स्थापित पनबिजली क्षमता का लगभग 85% है.
  • एनएचपीसी वर्तमान में 16 परियोजनाओं के निर्माण में लगी हुई है, जिनकी कुल स्थापित क्षमता 10,804 मेगावाट है.

बनबसा बैराज:

  • बनबसा बैराज, उत्तराखंड में एक बैराज है जो शारदा नदी पर स्थित है.
  • यह बैराज जल स्तर को नियंत्रित करने और सिंचाई तथा जलविद्युत उत्पादन के लिए शारदा नदी के जल का उपयोग करने में मदद करता है.
  • यह बांध क्षेत्र में जल आपूर्ति सुनिश्चित करने और विभिन्न जल संसाधनों का प्रबंधन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
  • बनबसा बैराज के निर्माण से क्षेत्र की जल प्रबंधन क्षमता में सुधार हुआ है.

एनएचपीसी और बनबसा बैराज के बीच संबंध:

  • एनएचपीसी उत्तराखंड में कई जलविद्युत परियोजनाओं का विकास कर रहा है और इन परियोजनाओं में बनबसा बैराज जैसे जल संसाधनों का उपयोग शामिल हो सकता है.
  • एनएचपीसी, जलविद्युत ऊर्जा के उत्पादन के लिए जल संसाधनों का उपयोग करने में अपनी भूमिका निभाता है, और बनबसा बैराज भी इसी उद्देश्य से महत्वपूर्ण है.
  • एनएचपीसी के जलविद्युत विकास के प्रयास बनबसा बैराज जैसे जल संसाधनों के कुशल प्रबंधन में योगदान करते हैं.

इसलिए, एनएचपीसी और बनबसा बैराज दोनों ही उत्तराखंड में जलविद्युत परियोजनाओं और जल संसाधनों के प्रबंधन से जुड़े हैं, लेकिन उनका सीधा संबंध नहीं है। एनएचपीसी, एक प्रमुख जलविद्युत विकास संगठन के रूप में, जल संसाधनों का उपयोग करके बिजली उत्पादन करता है, और बनबसा बैराज जैसे बैराज इन परियोजनाओं के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.